पेट्रोल डीजल के दामों में भारी गिरावट, लोगों में दिखा खुशी का माहौल

नई दिल्ली। चीन में कोरोना वायरस के व्यापक प्रभाव के चलते पूरी दुनिया में कच्चे तेल के दामों में भारी कमी आई है। इसका असर पेट्रोल और डीजल के दामों पर भी पड़ा है। मेट्रो सिटी में शुमार दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में भी पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी आई है। देश की राजधानी दिल्ली में डीजल के दामों में 2.33 रुपये तो पेट्रोल के दाम में 269 रुपये की कटौती की गई है। इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 70.29 रुपये तो डीजल 63.01 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। आइये 10 प्वाइंटस में जानते हैं इससे आम भारतीयों और भारत पर क्या पड़ेगा असरभारत 70 फीसत कच्चा तेल विदेशों से आयात करता है, ऐसे में उसे तकरीबन आधे दामों में कच्चा तेल मिलेगा, इससे देश में माल ढुलाई पर सीधा असर पड़ेगा। बता दें कि भारत में हर साल तकरीबन 235 लाख टन खाद्य तेज की खपत होती है। कच्चे तेल के दामों में कमी आने के चलते सरसों तेल की कीमतें 13 फीसदी तक गिर गई है। ऐसे में इसका सीधा फायदा आम लोगों को ही होगा। सरसों के तेल के साथ राइस ब्रान के दाम भी 20 फीसद गिर गए है, जाहिर है इस गिरावट का सीधा फायदा आम लोग ही उठाएंगे। पेट्रोल के दाम रुपये प्रति लीटर पसल पहले मंगलवार ने पेट्रोल दिल्ली में 70.29 रुपये प्रति लीटर मुंबई में 75.99 रुपये प्रति लीटर कोलकाता में 72.98 रुपये प्रति लीटर चेन्नई में 73.02 रुपये प्रति लीटर नोएडा में 72.58 रुपये प्रति लीटर गाजियाबाद में 7245 रुपये प्रति लीटर डीजल के दाम दिल्ली में 63.01 रुपये प्रति लीटर मुंबई में 65.97 रुपये प्रति लीटर कोलकाता में 65.34 रुपये प्रति लीटर चेन्नई में 66.48 रुपये प्रति लीटर लगातार सातवें दिन सस्ता हुए पेट्रोल-डीजल के दाम इससे पहले मंगलवार को भी तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में कटौती की और यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, कटौती के बाद मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल 1.15 रुपये तो डीजल के 1.02 रुपये सस्ता हुआ था। गौरतलब है कि 16 जून, 2019 से पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन अंतरराष्ट्रीय मार्केट के हिसाब से बदल रही हैं और कीमतों में बदलाव रोजाना सुबह 6 बजे होता। इसी के साथ देशभर के तमान पेट्रोल पंपों हर दिन सुबह 6 बजे नई कीमतों की जानकारी दे दी जाती है। बता दें चीन समेत दुनिया के 80 से अधिक देशों में फैले कोरोना वायरस के चलते पिछले कई कावबसाइट के मुताजियन ऑयल को दिल्लीती क्या खत्म नहीं को भी गया हैदिनों के दौरान पेट्रोल और डीजल के दामों भारी गिरावट देखने को मिल रही है। यह सिलसिला लगातार जारी है। तेल के दामों में आ सकती है और कमी पेट्रोल पदार्थों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले समय में तेज के दामों में बढ़ोतरी के आसार कम ही हैं, क्योंकि कोरोना वायरस का असर जल्द खत्म नहीं होने वाला हैइससे भारत को सबसे ज्यादा फायदा होगा, क्योंकि भारत कच्चे तेज का सबसे ज्यादा आयात करता है। वहीं, कच्चे तेल के दामों में कमी से देश की जनता को भी इसका फायदा मिलना शुरू हो गया है। यहां पर जानिए अहम बिंदु पेट्रोलियम पदार्थों की मार्केट के जानकारों की मानें तो पिछले 3 दशक के दौरान कच्चे तेल के दामों में इतनी अधिक गिरावट नहीं देखी गई है। इससे पहले 90 के दशक की शुरुआत में खाड़ी युद्ध के बाद के दौरान भी कच्चे तेल के दामों में इतनी गिरावट नहीं आई थी। सप्ताह की शुरुआत में ही यानी सोमवार को एशिया में मार्केट खुले तो कच्चे तेल की कीमत में 30 कीमत आई थी। कच्चे तेल को लेकर लगातार गिरावट के बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि सऊदी अरब और रूस के बीच तेल की कीमतों को लेकर जारी जंग के चलते ऐसा हुआ है। जलयम पदार्थों का बिंदु . दशक की माने तो पिकट के